GYNAE / LADIES PROBLEMS BEST TREATMENT -

AYURVEDIC TREATMENT

FOR ALL GYNAE / LADIES PROBLEMS





   महिलाओं  के  स्वास्थ्य  से  सम्बंधित   समस्याओं   में  आयुर्वेदिक इलाज  बहुत  कारगर  है । हमारे चिकित्सालय में महिलाओं  की  कई  जटिल  बीमारियों  का  स्थायी इलाज  किया जाता है। जैसे -

* मासिक धर्म  कम/ ज्यादा/ रूक रूक कर या दर्द के साथ होना, अनियमित मासिक ( जल्दी जल्दी या  देरी  से होना )
*   पेट में  दुखन / पेडू  में  दर्द व सूजन   रहना
*   कमरदर्द  बदन दर्द  व  शरीर में  हरारत होना
*   गर्भाशय में  इन्फेक्शन  सूजन  व  दर्द
*  Uterus / Ovary  में गांठ या  Uterine / Ovarian Cyst / Fibroid  आदि का बनना
*  शरीर में खून की कमी, कमजोरी व दर्द  होना, काम में मन न लगना
*  लिकोरिया ( सफेद पानी ) कमरदर्द  की समस्या रहना
*  शरीर  में मोटापा, सूजन  व  वजन  का  बढ़ना ।


 ** स्त्रियों में होने वाली बहुत सी ऐसी समस्याएं जिनका अंग्रेजी दवाइयों में इलाज संभव नहीं है और लाइलाज समझा जाता है ऐसी कई समस्याओं का हमारे चिकित्सालय में सफल इलाज किया जाता है।  मासिक धर्म से संबंधित एक समस्या, सभी उम्र की महिलाओं में आजकल अधिकांशत देखने को मिल रही है जिसमें कई दिनों तक मासिक स्राव बिना रुके  चलता रहता है, कभी-कभी यह मासिक स्राव कई महीनों तक लगातार चलता रहता है जिससे बहुत परेशानी व कष्ट होता है और शरीर में कमजोरी मोटापा शरीर में सूजन व दर्द जैसे अन्य लक्षण भी पैदा हो जाते हैं । 
   ऐसी सभी समस्याओं में हमारे द्वारा निर्मित आयुर्वेदिक दवा बहुत कारगर साबित हुई है और बहुत शीघ्र आराम करती है, इलाज शुरू करने के पहले महीने में ही काफी आराम आ जाता है और बहुत शीघ्र यह रोग पूरी तरह से ठीक हो जाता है। यह औषधी पूरी तरह सुरक्षित है अंग्रेजी दवाइयों की तरह इसका शरीर पर कोई दुष्प्रभाव नहीं है।


    श्री हरि आयुर्वेदिक क्लिनिक सहारनपुर, में नयी पुरानी व गम्भीर या लाइलाज समझे जाने वाले अधिकांशतः सभी स्त्री रोगों का नब्ज़ देखकर हमारे द्वारा निर्मित आयुर्वेदिक औषधियों से सफल इलाज किया जाता है। 

  इन रोगों में दी जाने वाली आयुर्वेदिक दवा द्वारा मासिक धर्म को नियमित करने के साथ-साथ हारमोंस व अन्य शारीरिक विकृति को दूर करने का प्रयास किया जाता है। यह दवाइयां अंगों में रक्त प्रवाह को नियंत्रित करती है साथ ही उनमें मौजूद सूजन व इन्फेक्शन को पूरी तरह से ठीक करने में मदद करती है।

Most  Common  Gynae  Problems  :- 
  1. Poly Cystic Ovarian Syndrome / Disease PCOD..Ovarian/ Uterine cyst/Chocolate cyst.. ( अंडाशय में गांठ व रसोली )
  2. Uterine Fibroids ( गर्भाशय में रसोली  )
  3. Amenorrhoea  ( मासिक न होना )
  4. Dysmenorrhoea ( अधिक दर्द के साथ मासिक स्राव होना )
  5. Menorrhagia ( अधिक मासिक स्राव होना )
  6. Dysfunctional Uterine Bleeding ( अनियमित मासिक स्राव )
  7. Endometriosis 
  8. Anovulation
  9. Adeno-myosis Breast
  10. Post-Menopausal Syndrome
  11. Pre-Menstrual Discomfort
  12. Chronic Cervical Ulcers
  13. Persistent Pelvic Inflammatory Disease
    हमारे आयुर्वेद शास्त्र में समस्त स्त्री रोगों और उनके स्थायी समाधान व चिकित्सा के लिए उपयोग में आने वाली आयुर्वेदिक औषधियों का विस्तार पूर्वक वर्णन किया गया है।

  प्रत्येक  महिला  को  अपने  जीवन  में  शारीरिक  और  हार्मोन्स  संबंधी  कई  बदलावों  से  गुजरना  पड़ता  है।  इनमें  से  कुछ  बदलाव  तो  आसान  होते  हैं  लेकिन  कुछ  उनके  लिए  बहुत  सी  मुश्किलें  खड़ी  कर  देते  हैं । इन  बदलावों  से  महिलाओं  का  मासिक  धर्म  चक्र बहुत  अधिक  प्रभावित  होता  है  और  उन्हें  अनियमित  पीरियड्स, कम या  अधिक  रक्तस्राव  ,  दर्द  और  ऐठन   जैसी बहुत सी समस्याओं  का  सामना  करना  पड़ता  है । महिलाओं की  90 % से  भी  अधिक  समस्याओं  का मुख्य कारण  हार्मोन्स  का  असंतुलन  ही  पाया गया है।

Treatment for Painful periodic cramps
 at young age in Ayurveda

     कम  उम्र  में  ही अंग्रेजी  दवाइयों का अधिक सेवन हार्मोन्स के असंतुलन का सबसे बड़ा कारण है , यही वजह है कि आजकल मासिक धर्म की गड़बड़ी, पेट दर्द , मोटापा , नि:संतानता आदि परेशानियां बहुतायत में पायी जाती है। इन दवाओं के साइड इफेक्ट्स से भविष्य में जीवन में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।

  आयुर्वेद के अनुसार मासिक  धर्म  संबंधी  विकारों  के  कई  कारण  हो  सकते  हैं  जैसे  अधिक  वसायुक्त ,  खटटा ,  गर्म  व  गरिष्ठ  भोजन  ,  बार  बार  गर्भपात ,  अधिक  शारीरिक  श्रम ,  सदमा  और  दिन  में  सोने  की  आदत  आदि  प्रमुख  कारण   हैं   इसके  अलावा  अत्यधिक  दुःख , क्रोध , वासना  और चिंता भी मासिकधर्म संबंधी व  अन्य समस्याओं को बढ़ाने  में  महत्वपूर्ण  भूमिका  निभाती  है ।


  आयुर्वेद  में  समस्त  स्त्री  रोगो  व   मासिक  धर्म  सम्बन्धी  समस्याओं  का  स्थायी  इलाज  संभव  है ,  इनमे  विकार  की  प्रकृति  के  अनुसार  पौष्टिक  व  औषधीय  जड़ी  बूटियों  के  साथ  साथ  कायाकल्प  उपचार  भी  शामिल  है । आयुर्वेदिक औषधियों से इन  समस्याओं  का अतिशीघ्र ( Fast Relief ) व प्रभावी  स्थायी इलाज तो होता ही है साथ ही साथ इन दवाओं का कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है।  


Mob :  07417936618


Ayurveda is best choice of treatment
for all menstrual problems


  इन सभी समस्याओं का हमारे चिकित्सालय में सफल आयुर्वेदिक इलाज किया जाता है।

आजकल, छोटी  से  लेकर  बड़ी,  सभी  उम्र की  महिलाओं  में  एक  समस्या  बहुतायत  में  पायी  जाती  है  और  वो  है
  
OVARIAN OR UTERINE CYST 


 
  



  Ayurveda has some precious herbs which helps to balance the hormones, tones the uterus, nourishes the skin & helps in increases Beauty of a Female. In total, these herbs keep the body in harmony.




1. Irregular Periods
2. Painful cramps
3. severe pain in the lower abdomen
4. heavy bleeding in between periods.. are signs of gynaecological problems. These symptoms could indicate uterine fibroids, cysts, polyps or tumour.
    
   Hormonal imbalances caused because of stress, incorrect lifestyle, use of contraceptives or chemicals along with poor nutrition is often the cause behind most gynaecological problems. Some women may be generally predisposed to gynaecological problems. Ayurveda provides effective and customized treatment for gynaecological problems.

  AYURVEDIC  TREATMENT  FOR  GYNAE   PROBLEMS  :-



   Women can face a number of  gynecological issues at various stages of their life. This includes irregular periods, painful periods, infertility, uterine cysts, impotency and frizidity. 

   According to Ayurveda, most of theses issues arise from an unhealthy diet and lifestyle that disturbs the balance of  Doshas. The symptoms exhibited thus depend on which of the three doshas;  vata, pitta or kapha is aggravated and which is lowered . This in turn means that to treat these gynecological issues.

   Here we attemp to correct the balance of doshas through Pure Herbal Ayurvedic  Medicines. 







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